Friday, December 15, 2006

पूजा

जो सुबह पिलाती हो हाला
जो शाम भरे मेरा प्याला,
उस सुबह की पूजा करता हूँ
उस शाम की पूजा करता हूँ,
मैं जाम की पूजा करता हूँ;

जो सबको देती है हाला
जो सबका भरे सदा प्याला,
उस साकी का हो कोई भी नाम
उस नाम की पूजा करता हूँ,
मैं जाम की पूजा करता हूँ.

1 comment:

Ostracized said...

nice oen bachcha